रचकोंडा में अपराध मामले बढ़ रहे हैं: 2024 के वार्षिक रिपोर्ट में चिंताजनक प्रवृत्तियों का खुलासा
शहरों में बढ़ती अव्यवस्था का एक कड़वा संकेत, रचकोंडा पुलिस कमिश्नरेट ने अपनी 2024 की वार्षिक रिपोर्ट जारी की, जिसमें 2023 की तुलना में कुल अपराधों में 4% का वृद्धि दर्ज की गई है। कमिश्नर जी सुधीर बाबू द्वारा मंगलवार को दिसंबर में प्रस्तुत रिपोर्ट, एक भयावह तस्वीर प्रस्तुत करती है, जिसमें हत्या, अपहरण, बलात्कार के मामलों और साइबर अपराधों में तेजी से वृद्धि हुई है। कमिश्नरेट के आधिकारिक रिकॉर्ड से प्राप्त डेटा, अपराधों के बढ़ते प्रवाह को रोकने के लिए तत्काल कार्रवाई की आवश्यकता को उजागर करता है।
रिपोर्ट में दिखाया गया है कि जबकि कुल मामलों में 4% की वृद्धि हुई है, जिसमें 2024 में 28,626 मामले दर्ज हुए, जो 2023 में 27,586 मामलों से अधिक हैं, वास्तविक चिंता विशिष्ट श्रेणियों में है जिन्होंने महत्वपूर्ण वृद्धि देखी है। हत्याओं के मामले में, उदाहरण के लिए, 2024 में 11% की वृद्धि हुई, जिसमें 73 मामले दर्ज हुए, जो 2023 में 66 मामलों से अधिक हैं। इसी तरह, अपहरण में 10% की वृद्धि हुई, जिसमें 463 मामले 2024 में दर्ज हुए, जो 2023 में 420 मामलों से अधिक हैं। सबसे चिंताजनक वृद्धि बलात्कार के मामलों में हुई है, जो 17% की वृद्धि के साथ 384 मामलों में पहुंच गई है, जो 2023 में 327 मामलों से अधिक है।
लेकिन यह साइबर अपराधों में वृद्धि ने अधिकारियों को चौंका दिया है। 42.5% की वृद्धि के साथ, साइबर अपराधों की संख्या 2024 में 4,458 हो गई, जो 2023 में 2,563 से अधिक है। सबसे आम प्रकार का साइबर अपराध जो रिपोर्ट किया गया था, वह था झूठे हिस्से के नौकरी या निवेश अवसर, जो 2,125 मामलों के लिए जिम्मेदार था, जिसके बाद फ़िशिंग हमलों ने 996 मामलों को दर्ज किया। पुलिस ने 143 लोन ऐप हारासमेंट के मामलों की भी रिपोर्ट की, जो डिजिटल स्थान पर अधिक सतर्कता की आवश्यकता को उजागर करता है।
रिपोर्ट में पुलिस के अपराधों को रोकने के प्रयासों को भी उजागर किया गया है। कमिश्नर सुधीर बाबू ने दृश्यमान पुलिसिंग, त्वरित प्रतिक्रिया (वीक्यूटी) रणनीति के प्राथमिक कदम के रूप में साइकिल पेट्रोलिंग के प्रावधान को शामिल करने की पुलिस की प्रतिबद्धता को उजागर किया। पुलिस ने 521 एनडीपीएस और ड्रग अपराधियों को गिरफ्तार करने और 88.25 करोड़ रुपये के ड्रग्स की जब्ती करने का दावा किया। इसके अलावा, पुलिस ने 159 ड्रग ट्रैफिकर्स पर निगरानी रखी और 76% डिटेक्शन रेट और 64% कॉन्विक्शन रेट हासिल किया, जो तेलंगाना में बड़े अपराधों के लिए छठे वर्ष के लिए सबसे अधिक है।
रिपोर्ट में पुलिस की समुदायिक न्याय के प्रति प्रतिबद्धता को भी उजागर किया गया है, जिसमें 11,440 संगठित मामलों और 70,179 छोटे मामलों का समाधान लोक अदालत कार्यक्रमों के माध्यम से किया गया है। ये पहलें पुलिस के प्रयासों को उजागर करती हैं कि वे समुदाय के साथ जुड़ने और अपराधों के मूल कारणों का समाधान करने के लिए काम कर रहे हैं।
हालांकि, रिपोर्ट में पुलिस के अपराधों के बढ़ते प्रवाह के प्रति प्रतिक्रिया की प्रभावशीलता के बारे में चिंताएं भी उठाई गई हैं। जबकि पुलिस ने कई पहलें की हैं, संख्याएं यह दर्शाती हैं कि अपराधों को रोकने के लिए और काम करने की आवश्यकता है। 15.4% की अपराध मामलों में वृद्धि का उल्लेख प्रश्न में किया गया है, जो 2024 के डेटा में प्रतिबिंबित नहीं हो सकता है, लेकिन यह अपराधों के बढ़ते ग्राफ को दूर करने के लिए स्थायी प्रयासों की आवश्यकता को उजागर करता है।
कमिश्नर सुधीर बाबू ने स्वीकार किया है कि अपराधों के खिलाफ लड़ाई एक लंबे समय का प्रयास है जिसमें पुलिस, समुदाय और सरकार से स्थायी प्रतिबद्धता की आवश्यकता है। 2024 की वार्षिक रिपोर्ट अपराधों के चुनौतीपूर्ण मुद्दों को उजागर करती है, लेकिन यह भी एक अवसर प्रदान करती है कि अधिकारी अपनी रणनीतियों का आकलन करें और एक सुरक्षित और सुरक्षित समाज के निर्माण के लिए मिलकर काम करें।
[1] रचकोंडा पुलिस कमिश्नरेट, 2024 की वार्षिक रिपोर्ट [2] तेलंगाना टुडे, "रचकोंडा पुलिस कमिश्नरेट ने 2024 में 28,626 मामले दर्ज किए" [3] द हंस इंडिया, "रचकोंडा में साइबर अपराधों में वृद्धि, 2024 में 4,458 मामले दर्ज हुए" [4] द न्यू इंडियन एक्सप्रेस, "रचकोंडा पुलिस कमिश्नरेट ने 76% डिटेक्शन रेट और 64% कॉन्विक्शन रेट हासिल किया"
छवि स्रोत: रचकोंडा पुलिस कमिश्नरेट, 2024 की वार्षिक रिपोर
📰 स्रोत: The Hindu - National